By using this site, you agree to the Privacy Policy
Accept
October 29, 2025
  • World
  • India
  • Politics
  • Sports
  • Business
  • Tech
  • Fourth Special
  • Lifestyle
  • Health
  • More
    • Travel
    • Education
    • Science
    • Religion
    • Books
    • Entertainment
    • Food
    • Music
Reading: विभाजन के गर्भ से किस चीज़ का होगा जन्म?
Font ResizerAa
Search
  • World
  • India
  • Politics
  • Sports
  • Business
  • Tech
  • Fourth Special
  • Lifestyle
  • Health
  • More
    • Travel
    • Education
    • Science
    • Religion
    • Books
    • Entertainment
    • Food
    • Music
Follow US
Politics

विभाजन के गर्भ से किस चीज़ का होगा जन्म?

शक्तिप्रदर्शन में अजित पवार ने चाचा शरद पवार को हराया

Last updated: जुलाई 5, 2023 6:56 अपराह्न
By Rajneesh 2 वर्ष पहले
Share
4 Min Read
SHARE

राजनीति पूरी तरह से संभावनाओं का खेल है और यहां कुछ भी कभी तय नही होता। किस पर विश्वास किया जाये किस पर ना किया जाये ये भी बड़ा मुश्किल हो जाता है। सालों के बने रिश्ते हों या खून के सियासी भूकंप मे अक्सर सारे स्तंभ हिल जाया करते हैं। ऐसा हाल आजकल शरद पवार के साथ हो रहा है। राजनीति मे हमेशा अपनी मजबूत अडिग व्यक्तीव के लिए मशहूर शरद पवार भी आज अनिश्चितता और संभावनाओं के चक्रवात के बीच फंसे हुए है। महाराष्ट्र NCP में जारी सियासी घमासान को लेकर आज 5 जुलाई का दिन बेहद अहम साबित हो सकता है। वैसे ये विभाजन कुछ कुछ शिवसेना के विभाजन की याद भी दिलाता है। बहरहाल, अजित और शरद पवार गुटों ने अलग-अलग बैठक बुलाई गई है। प्रतीत होता है कि दोनों गुटों ने आज शक्तिप्रदर्शन का मन बनाया है, वैसे क्या होगा ये सवाल है जिसमें भी कई संभावनाएं छुपी है।

पार्टी के नाम और सिंबल पर किसका हक़

सवाल और भी हैं जैसे जनता के मन मे सवाल है कि दोनों गुटों मे पार्टी के नाम और सिंबल का अधिकार किसे मिलेगा। आम तौर पर राजनीति से जुड़े मुद्दो पर लोगों की समझ यही कहती है कि जिसके पास बहुमत होगा। क्यूंकि लोकतंत्र में संख्या का महत्व इसीलिए होता ऐसे में ये आम समझ है कि जिस गुट के पास दो तिहाई विधायक होंगे, उसे पार्टी का अधिकार मिल जाएगा या सिंबल उनके पास चला जाएगा। ये पूरा सच नहीं है। पार्टी के संविधान, स्पीकर के विवेक और चुनाव आयोग पर भी काफी कुछ निर्भर करता है। कोर्ट जाने का रास्ता तो खुला रहता ही है।

अजित का दावा 40 विधायक उनके साथ

NCP के 53 में से 37 से ज्यादा विधायक अजित के साथ जाते हैं तो दल-बदल कानून से बच जाएंगे। 36 से कम रहे तो निलंबन तय है। स्थितियां अजित के पक्ष में हैं। अजित पवार का दावा है कि उन्हें राज्य विधानसभा में NCP के कुल 53 विधायकों में से 40 से अधिक का समर्थन प्राप्त है। दलबदल विरोधी कानून के प्रावधानों से बचने के लिए अजित के पास 36 से अधिक विधायक होने चाहिए।अजित पवार को फिलहाल 31 का ही समर्थन मिला है। वहीं, शरद पवार गुट की मीटिंग में 13 विधायक और चार सांसद पहुंचे। एनसीपी के कुल 53 विधायक हैं। ऐसे में 9 विधायक अब तक किसी गुट में शामिल नहीं हुए हैं। शरद पवार गुट ने आयोग से गुहार लगाई कि कोई भी अगर एनसीपी पर अपने अधिकार और नाम निशान पर दावा करे तो आयोग उनकी दलीलें भी सुने। पवार गुट ने पार्टी में बगावत कर दल बदल करने वाले अपने विधायकों की जानकारी भी आयोग को दी। आयोग को ये भी बताया गया है कि सत्ताधारी गठबंधन में मंत्री के तौर पर शपथ लेने वाले बागी विधायकों को पार्टी से बर्खास्त कर दिया गया है।

शरद पवार ने बुलाई राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक

चाचा – भतीजे के इस राजनीतिक ड्रामे के बीच शरद पवार ने अब दिल्ली में NCP की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई है। ये मीटिंग दोपहर 6 जुलाई को होगी। अब आगे देखना दिलचस्प होगा कि NCP मे आयी इस दरार के गर्भ से क्या जन्म लेगा।

You Might Also Like

हरियाणा निकाय चुनाव 2025: भाजपा का दबदबा कायम

Mark Carney: Banking से Canada की राजनीति तक का सफर

क्या थरूर भी छोड़ देंगे हाथ का साथ?

दिल्ली की राजनीति में नया अध्याय: रेखा गुप्ता बनीं मुख्यमंत्री, छह मंत्रियों ने भी ली शपथ

गुजरात में भाजपा का शानदार प्रदर्शन कायम!

TAGGED: #ajitpawar, #maharastra, #ncp, #politics, #sharadpawar, #supriyasule, #vidhayak
Share This Article
Facebook Twitter Whatsapp Whatsapp LinkedIn
What do you think?
Love0
Sad0
Happy0
Sleepy0
Angry0
Dead0
Wink0

Follow US

Find US on Social Medias

Weekly Newsletter

Subscribe to our newsletter to get our newest articles instantly!

Please enable JavaScript in your browser to complete this form.
Loading

Popular News

WhatsApp Image 2025 02 22 at 3.05.34 PM -
Fourth Special

वहीं दिन वही दस्तां : वह घोटाला जब सीधा प्रधानमंत्री पी.वी. नरसिम्हा राव को भी मिली सज़ा!

8 महीना पहले

“मेरा युवा भारत platform” को मिली मंजूरी, मोदी सरकार ने किया ऐलान

इन देशों में नहीं वसूला जाता है लोगों से income tax

इंदौर के IPCA कंपनी के मैनेजर के घर में लगी आग, पत्नी की हुई मौत

सोमालिया में फिर जहाज हाईजैक, 15 भारतीय क्रू मेंबर्स हैं सवार

You Might Also Like

WhatsApp Image 2025 02 15 at 6.08.39 PM -
Politics

स्थानीय निकाय चुनावों में कांग्रेस का सूपड़ा साफ, फिर खिला कमल!

9 महीना पहले
WhatsApp Image 2025 02 11 at 7.00.43 PM -
Politics

किसके सिर पर सजेगा मुख्यमंत्री का ताज? एक नज़र कुछ चुनिंदा नामों पर!

9 महीना पहले
WhatsApp Image 2025 02 08 at 6.21.20 PM -
Politics

27 वर्षों के बाद भाजपा की वापसी और आम आदमी पार्टी सत्ता से बेदखल!

9 महीना पहले
article photos 4 -
Politics

दिल्ली चुनाव: फ्रीबीज़ के बीच ज़मीनी मुद्दे नदारद!

9 महीना पहले
  • About Us
  • Contact
  • Privacy Policy
  • Careers
  • Entertainment
  • Fashion
  • Health
  • Lifestyle
  • Science
  • Sports

Subscribe to our newsletter

Please enable JavaScript in your browser to complete this form.
Loading
© The Fourth 2024. All Rights Reserved. By PixelDot Studios
  • About Us
  • Contact
  • Privacy Policy
  • Careers
Welcome Back!

Sign in to your account

Register Lost your password?