By using this site, you agree to the Privacy Policy
Accept
October 29, 2025
  • World
  • India
  • Politics
  • Sports
  • Business
  • Tech
  • Fourth Special
  • Lifestyle
  • Health
  • More
    • Travel
    • Education
    • Science
    • Religion
    • Books
    • Entertainment
    • Food
    • Music
Reading: रामलला के लिए देश-विदेश से आ रही भेंट
Font ResizerAa
Search
  • World
  • India
  • Politics
  • Sports
  • Business
  • Tech
  • Fourth Special
  • Lifestyle
  • Health
  • More
    • Travel
    • Education
    • Science
    • Religion
    • Books
    • Entertainment
    • Food
    • Music
Follow US
s2akmmag ram mandir sanctum -
Fourth Special

रामलला के लिए देश-विदेश से आ रही भेंट

दीपोत्सव के आयोजन के लिए संघ परिवार की समितियों को सौंपी गई जिम्मेदारी।

Last updated: दिसम्बर 28, 2023 7:35 अपराह्न
By Parikshit 2 वर्ष पहले
Share
4 Min Read
SHARE

अयोध्या। उत्तर प्रदेश के अयोध्या में बन रहे राम मंदिर में रामलला की प्रतिमा की प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने अपनी तैयारी तेज कर दी है। पूजित अक्षत गांवों के मंदिरों तक पहुंचा दिए गए हैं। विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय उपाध्यक्ष कामेश्वर चौपाल ने बताया कि देशभर में 4 से 5 लाख गांवों के मंदिरों में आनंदोत्सव की तैयारी और शाम को दीपोत्सव के आयोजन के लिए संघ परिवार की समितियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। चौपाल के मुताबिक 1 जनवरी से 15 जनवरी तक महासंपर्क अभियान चलेगा। इसके तहत 11 करोड़ परिवारों से संपर्क कर 60 करोड़ लोगों को पूजित अक्षत देकर उन्हें रामलला के दर्शन के लिए आमंत्रित किया जाएगा। दूसरी ओर प्राण-प्रतिष्ठा पर पूर देश भर से उपहार भेजने की सूचना ट्रस्ट को मिली है। इसके अलावा नेपाल के जनकपुर से भी उपहार भेजे जाएंगे।

रामलला को मिलेंगी ये भेंट

विशेष भोग के लिए रामलला के ननिहाल छत्तीसगढ़ से 3 हजार क्विंटल चावल। इसे छत्तीसगढ़ के जिलों से एकत्र किया गया है। भगवान राम की ससुराल नेपाल के जनकपुर से वस्त्र, फल और मेवा। इसके अलावा उपहारों से सजे 1100 थाल। नेपाल से आभूषण, बर्तन, कपड़े, 51 प्रकार की मिठाइयां, दही, मक्खन और चांदी के बर्तन। उत्तर प्रदेश के एटा जिले से रामलला के दरबार में अष्टधातु का 21 किलो का घंटा। इसे 400 कर्मचारियों ने तैयार किया है। प्राण प्रतिष्ठा के लिए गुजरात के वडोदरा से 108 फीट लंबी अगरबत्ती। इसे पंचगव्य और हवन सामग्री के साथ गाय के गोबर से बनाया गया है। इसका वजन 3500 किलो है। यह लगातार डेढ़ महीने तक चलेगी। हैदराबाद के श्रीचल्ला श्रीनिवास शास्त्री ने श्रीराम पादुकाओं के साथ अयोध्या की 41 दिनों की परिक्रमा की थी। इसके बाद इन पादुकाओं को रामेश्वरम से बद्रीनाथ तक सभी प्रसिद्ध मंदिरों में ले जाने की बात कही गई थी। प्राण-प्रतिष्ठा के समय इसे अयोध्या लाया जाएगा। महाबीर ट्रस्ट पटना से 2 करोड़ की धनराशि व 5 लाख का स्वर्ण जड़ित कोदंड तीर-धनुष।

काशी के पंडितो को जिम्मा

अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान से जुड़े सभी कर्मकांड कराने का जिम्मा काशी के वैदिक पंडितों के कंधे पर है। काशी से अयोध्या गए वैदिक विद्वानों की टोली ने भ्रमण कर दो बड़े मंडप तथा हवन कुंडों के निर्माण के लिए मुख्य मंदिर के सामने भूमि चिह्नित की। 2 जनवरी से मंडप और हवन कुंड का निर्माण शुरू होकर 10 जनवरी तक पूर्ण हो जाएगा। इसके बाद 16 जनवरी से रामलला के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान शुरू होकर 22 जनवरी तक चलेगा। 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा का शुभ मुहूर्त संजीवनी काशी के प्रकांड वैदिक विद्वान पं. गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ ने निकाला है, तो अनुष्ठान में आर्चायत्व की भूमिका में काशी के कर्मकांडी पंडित लक्ष्मीकांत दीक्षित होंगे। तय कार्यक्रम के मुताबिक पंडित लक्ष्मीकांत दीक्षित के पुत्र अरुण दीक्षित के साथ वैदिक विद्वानों ने बुधवार को अयोध्या भ्रमण कर मंडप और हवन कुंडों के लिए भूमि तय कर दी। नौ हवन कुंड बनाए जाएंगे पं. गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ ने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान के लिए मुख्य मंदिर के सामने 60-60 फुट आकार के दो मंडप बनाए जाएंगे। एक मंडप में गणेश पूजन और भगवान राम का पूजन होगा, तो दूसरे मंडप में रामलला के विग्रह के स्नान से लेकर अधिवास तक के सभी कर्मकांड कराए जाएंगे। इसी के साथ नौ हवन कुंड बनाए जाएंगे। इन कुंडो की आकृतियां चतुष्कोणीय, पद्मकारा, अर्द्धचंद्र, त्रिकोण, वृत्ताकार, योनिकार, षटकोणीय, अष्टकोणीय होंगी। एक प्रधान कुंड होगा। प्रत्येक कुंड में एक ही समिधा से हवन होगा। समिधा भी काशी से जाएगी।

You Might Also Like

यदि कविता न होती?

ट्रंप बंद करेंगे Department of Education…इससे क्या बदलाव होंगे?

गेर में जमकर उमड़ा इंदौरियों का उल्लास

वो पुराने दिन : विद्रोह से जलता तिब्बत और भारत-चीन का संघर्ष

International Day of Happiness में जानिये की ख़ुशी जीवन का सार है या मात्र एक छलावा?

TAGGED: Ayodhya, Badrinath, chhattisgarh, gifts, Ram temple, Rameshwaram, Ramlala, thefourth, thefourthindia, Uttar Pradesh
Share This Article
Facebook Twitter Whatsapp Whatsapp LinkedIn
What do you think?
Love0
Sad0
Happy0
Sleepy0
Angry0
Dead0
Wink0

Follow US

Find US on Social Medias

Weekly Newsletter

Subscribe to our newsletter to get our newest articles instantly!

Please enable JavaScript in your browser to complete this form.
Loading

Popular News

download 2 -
Sports

World Cup : मार्कराम ने लगाया सबसे तेज शतक।

2 वर्ष पहले

इंदौर में रणजीत हनुमान की प्रभात फेरी में धक्का-मुक्की के बाद हत्या !

महिला पर भड़का चीनी ड्राइवर बोला ‘तुम भारतीय मूर्ख हो’

मुंबई मे नाबालिग को अगवा कर चलती कार मे बलात्कार

इंदौर की हवा मे घुल रहा नशा, लेकिन शासन – प्रशासन भी मुस्तैद

You Might Also Like

WhatsApp Image 2025 03 18 at 3.34.50 PM -
Fourth Special

होली के बाद अब रंगपंचमी पर होगी रंगों की बौछार

7 महीना पहले
WhatsApp Image 2025 03 18 at 4.02.02 PM -
India

औरंगज़ेब विवाद ने भड़का दी नागपुर में हिंसा!

7 महीना पहले
rowlatt act cultural india 3 -
Fourth Special

वही दिन, वही दस्तां : आज लगा था बेड़ियों में बांधने वाला Rowlatt Act जिसने भड़काई क्रांति की चिंगारी !

7 महीना पहले
WhatsApp Image 2025 03 18 at 3.06.18 PM -
World

गाज़ा में इज़राइली हवाई हमलों से भारी तबाही, 330 से अधिक मौतें

7 महीना पहले
  • About Us
  • Contact
  • Privacy Policy
  • Careers
  • Entertainment
  • Fashion
  • Health
  • Lifestyle
  • Science
  • Sports

Subscribe to our newsletter

Please enable JavaScript in your browser to complete this form.
Loading
© The Fourth 2024. All Rights Reserved. By PixelDot Studios
  • About Us
  • Contact
  • Privacy Policy
  • Careers
Welcome Back!

Sign in to your account

Register Lost your password?