By using this site, you agree to the Privacy Policy
Accept
October 28, 2025
  • World
  • India
  • Politics
  • Sports
  • Business
  • Tech
  • Fourth Special
  • Lifestyle
  • Health
  • More
    • Travel
    • Education
    • Science
    • Religion
    • Books
    • Entertainment
    • Food
    • Music
Reading: पत्नी ने कहा संजीव भट्ट की गिरफ्तारी के पीछे है राजनीतिक साजिश
Font ResizerAa
Search
  • World
  • India
  • Politics
  • Sports
  • Business
  • Tech
  • Fourth Special
  • Lifestyle
  • Health
  • More
    • Travel
    • Education
    • Science
    • Religion
    • Books
    • Entertainment
    • Food
    • Music
Follow US
download 1 2 -
India

पत्नी ने कहा संजीव भट्ट की गिरफ्तारी के पीछे है राजनीतिक साजिश

संजीव की गिरफ्तारी को 2002 में हुए गुजरात दंगो के मामले से जोड़ जा रहा हैं।

Last updated: मार्च 29, 2024 7:55 अपराह्न
By Urva Richhariya 2 वर्ष पहले
Share
6 Min Read
SHARE

कल पूर्व IPS अफसर संजीव भट्ट को 20 साल की जेल की सजा सुनाई गई है। संजीव पर आरोप है कि, उन्होंने 1996 में राजस्थान के वकील समर सिंह राजपुरोहित को पालनपुर होटल रूम में हुए एक झूठे ड्रग्स के मामले में फसाया था। अदालत के इस फैसले के बाद जनता के बीच हलचल मच गई है। लेकिन इसका ज्यादा असर अगर किसी पर पड़ा है तो वो है संजीव का परिवार। संजीव के परिवार का कहना है कि संजीव को गलत तरीके से इस मामले में फसाया गया है। संजीव की बेटी आकाशी भट्ट ने तो यह तक कह दिया है कि सिर्फ संजीव ही है जो नरेंद्र मोदी को 2002 में हुए गोधरा गुजरात दंगो से जोड़ सकते हैं।

संजीव की पत्नी श्वेता ने संजीव की निर्दोषी का सबूत देते हुए एक 10 पन्नों की फाइल के X में एक ट्वीट साझा किया है। उस ट्वीट में उन्होंने 74 पॉइंट्स में पालनपुर मामले को समझाया है। श्वेता ने ट्वीट में लिखा है कि संजीव को उस अपराध के लिए दोषी ठहराया गया है जो उन्होंने किया ही नहीं था।

यह मामला तब का है जब संजीव भट्ट 1996 में बनासकांठा के जिला पुलिस अधीक्षक (DSP) के रूप में तैनात थे। अप्रैल 1996 में, पालनपुर पुलिस को सूचना मिली थी कि सुमेरसिंह राजपुरोहित नाम का एक व्यक्ति अवैध रूप से अफ़ीम बेच रहा था। जिसके बाद पुलिस ने छापा मारा था और उस छापे में उन्होंने सुमेरसिंह के नाम से पालनपुर होटल के बुक किए गए कमरे से अफीम बरामद किया था। अफीम बरामद होने के बाद सुमेरसिंह को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ मामला दर्ज हो गया था।

हालाँकि, परीक्षण पहचान परेड में संजीव गवाहों की पहचान करने में असमर्थ रहे थे जिसके बाद उन्हें सुमेरसिंह की रिहाई का आदेश मिला था। इसके बाद संजीव ने आगे की जांच करने के निर्देश भी दिए थे जिससे यह पता लग पाए की किसने सुमेरसिंह पर अफीम के झूठे आरोप लगाए थे।

इसके छह महीने बाद ही सुमेरसिंह ने पुलिस निरीक्षक आई.बी. व्यास और न्यायाधीश आर.आर. जैन के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई थी और उन पर आरोप लगाए थे कि उन्होंने एक स्थानीय न्यायाधीश के आदेश पर उसे फसाया था। जिसके बाद एक जांच की गई थी और 2000 में एक क्लोजर रिपोर्ट दायर हो गई थी।लेकिन 2018 में गुजरात हाई कोर्ट को यह गुमराह किया गया था कि इस मामले में किसी प्रकार की जांच हुई ही नहीं हुई थी। जिसके बाद कोर्ट ने मामले की दोबारा जांच के आदेश दिए थे। इस मामले को दोबारा खोला गया और संजीव पर सुमेरसिंह पर अफीम रखने के झूठे आरोप के लिए गिरफ्तार कर लिया गया था। ट्रायल कोर्ट ने संजीव के खिलाफ कम सबूत होने के बावजूद उन्हें दोषी ठहरा दिया था।

श्वेता ने फाइल में लिखा है कि संजीव के खिलाफ अभियोजन पक्ष का मामला पूरी तरह से मनगढ़ंत कहानी पर आधारित है। अभियोजन पक्ष के मामले में कई विसंगतियां पाई गई हैं। श्वेता ने इसका उदाहरण देते हुए लिखा है कि अभियोजन पक्ष ने मुख्य आरोपी आई.बी. व्यास को ही एक सरकारी गवाह बना दिया था। जब की व्यास ने खुद अपने पिछले बयानों में कहा था कि उन्होंने ही इस मामले में छापेमारी और जांच की थी। लेकिन एक सरकारी गवाह बनने के बाद उसने भी अपने बयान में संजीव को फंसाने के लिए अभियोजन पक्ष की मनगढ़ंत कहानी ही दोहराई।

श्वेता ने बताया कि, संजीव को किसी भी तरह के बचाव गवाह को बुलाने की अनुमति नहीं दी गई थी और उन्हें खुद भी अपने बचाव में गवाही देने नहीं दिया गया था। श्वेता ने निचली अदालत पर भी आरोप लगाए है कि निचली अदालत के जज ने भी संजीव को हाइयर कोर्ट में अपनी याचिका देने का समय नहीं दिया था। श्वेता अपने ट्वीट के अंत में लिखती है कि, “एक बार फिर, एक और ईमानदार अधिकारी का खतरनाक उदाहरण बनाया गया है, जबकि हम सिर्फ भय के साथ इसे चुपचाप देखते रहे।

संजीव के परिवार और उनके समर्थकों का ऐसा मानना ​​है कि गुजरात सरकार ने अपने खिलाफ संजीव की मुंहफट आदत होने के कारण उन्हें फंसाया है। संजीव उन अधिकारियों में शामिल थे जिन्होंने 2002 में हुए गोधरा गुजरात दंगों में गुजरात सरकार (भाजपा) की सच्चाई को उजागर किया था। संजीव की सजा की बहुत निंदा हो रही है। लोगों का मानना ​​है कि यह राजनीति से जुड़ा मामला है और संजीव को उनकी ईमानदारी की वजह से फसाया गया है।

You Might Also Like

यदि कविता न होती?

ट्रंप बंद करेंगे Department of Education…इससे क्या बदलाव होंगे?

गेर में जमकर उमड़ा इंदौरियों का उल्लास

वो पुराने दिन : विद्रोह से जलता तिब्बत और भारत-चीन का संघर्ष

International Day of Happiness में जानिये की ख़ुशी जीवन का सार है या मात्र एक छलावा?

TAGGED: Akashi Bhatt, gujarat, IPS, Narendra Modi, Palanpur, Rajasthan lawyer, Samar Singh, Sanjeev Bhatt, thefourth, thefourthindia
Share This Article
Facebook Twitter Whatsapp Whatsapp LinkedIn
What do you think?
Love0
Sad0
Happy0
Sleepy0
Angry0
Dead0
Wink0

Follow US

Find US on Social Medias

Weekly Newsletter

Subscribe to our newsletter to get our newest articles instantly!

Please enable JavaScript in your browser to complete this form.
Loading

Popular News

JRE TEC E5 omiya -
India

अहमदाबाद में देश का पहला बुलेट ट्रेन स्टेशन बनकर हुआ तैयार

2 वर्ष पहले

वोट शेयर: कांग्रेस को आधा फीसद का नुकसान, भाजपा को 7.50 फीसद का फायदा !

विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस का महत्व

जल्द ही driving assistant feature के साथ आएगी Maruti Suzuki की यह SUV

आरोपी ने जेल में कि Law की पढ़ाई, खुद का केस लड़ कर बेगुना साबित हुआ

You Might Also Like

WhatsApp Image 2025 03 18 at 3.34.50 PM -
Fourth Special

होली के बाद अब रंगपंचमी पर होगी रंगों की बौछार

7 महीना पहले
WhatsApp Image 2025 03 18 at 4.02.02 PM -
India

औरंगज़ेब विवाद ने भड़का दी नागपुर में हिंसा!

7 महीना पहले
rowlatt act cultural india 3 -
Fourth Special

वही दिन, वही दस्तां : आज लगा था बेड़ियों में बांधने वाला Rowlatt Act जिसने भड़काई क्रांति की चिंगारी !

7 महीना पहले
WhatsApp Image 2025 03 18 at 3.06.18 PM -
World

गाज़ा में इज़राइली हवाई हमलों से भारी तबाही, 330 से अधिक मौतें

7 महीना पहले
  • About Us
  • Contact
  • Privacy Policy
  • Careers
  • Entertainment
  • Fashion
  • Health
  • Lifestyle
  • Science
  • Sports

Subscribe to our newsletter

Please enable JavaScript in your browser to complete this form.
Loading
© The Fourth 2024. All Rights Reserved. By PixelDot Studios
  • About Us
  • Contact
  • Privacy Policy
  • Careers
Welcome Back!

Sign in to your account

Register Lost your password?