By using this site, you agree to the Privacy Policy
Accept
October 29, 2025
  • World
  • India
  • Politics
  • Sports
  • Business
  • Tech
  • Fourth Special
  • Lifestyle
  • Health
  • More
    • Travel
    • Education
    • Science
    • Religion
    • Books
    • Entertainment
    • Food
    • Music
Reading: 12 भारतीयों की मौत, 16 लापता…जान के खतरे के बावजूद आखिर क्यूँ ‘भाड़े के सैनिक’ बन रहे भारतीय नागरिक?
Font ResizerAa
Search
  • World
  • India
  • Politics
  • Sports
  • Business
  • Tech
  • Fourth Special
  • Lifestyle
  • Health
  • More
    • Travel
    • Education
    • Science
    • Religion
    • Books
    • Entertainment
    • Food
    • Music
Follow US
deccanherald 2025 01 17 ltylf253 2025 01 12T121444Z1977887614RC2J7CAH066CRTRMADP5UKRAINE CRISIS SOUTH -
World

12 भारतीयों की मौत, 16 लापता…जान के खतरे के बावजूद आखिर क्यूँ ‘भाड़े के सैनिक’ बन रहे भारतीय नागरिक?

भारतीय विदेश मंत्रालय ने पुष्टि की है कि रूसी सेना में सेवा करते हुए 12 भारतीय नागरिक मारे गए हैं, जबकि 16 अन्य लापता हैं।

Last updated: जनवरी 18, 2025 2:55 अपराह्न
By Rajneesh 9 महीना पहले
Share
5 Min Read
SHARE

रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे संघर्ष को तीन वर्ष हो चुके हैं, लेकिन हिंसा का अंत अभी तक नहीं हुआ है। इस दौरान, भारतीय विदेश मंत्रालय ने पुष्टि की है कि रूसी सेना में सेवा करते हुए 12 भारतीय नागरिक मारे गए हैं, जबकि 16 अन्य लापता हैं। यह स्थिति चिंताजनक है और यह प्रश्न उठाती है कि भारतीय नागरिक एक ऐसे देश की सेना में शामिल होने के लिए क्यों तैयार हो जाते हैं, जहां हर समय जान का जोखिम बना रहता है।

दरअसल रूस की सेना में विदेशी नागरिकों की भर्ती की प्रक्रिया 1998 में शुरू हुई थी, जब एक कानून पारित किया गया था जो 1999 में राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद लागू हुआ। इस कानून के तहत, 18 से 30 वर्ष की आयु के विदेशी नागरिक, जो रूसी भाषा बोलने, लिखने और समझने में सक्षम हैं, पांच वर्ष के कॉन्ट्रैक्ट के साथ रूसी सेना में शामिल हो सकते थे। हालांकि, 2022 में यूक्रेन के साथ युद्ध शुरू होने के बाद, इन नियमों में ढील दी गई और कॉन्ट्रैक्ट की अवधि घटाकर एक वर्ष कर दी गई।

रूस सरकार का कहना है कि अप्रैल, 2024 के बाद उसने अपनी सेना में भारतीयों की भर्ती पर रोक लगा दी है। साथ ही जो पहले से सेना में हैं, उनका कॉन्ट्रैक्ट बढ़ाया गया है। इसके बावजूद भारतीयों की मौत की खबरें आ रही हैं।

आपके मन में सवाल उठ सकता है कि अगर सेना में ही जाना है, तो भारतीय सेना क्यों नहीं? रूस आखिर ऐसा क्या दे रहा है, जो भारत ही नहीं बल्कि कई देशों के नागरिक उसकी तरफ से जंग में आग में झोंके जाने को तैयार हैं? इन सवालों से पहले जान लेेते हैं कि रूसी सेना में भर्ती होने के क्या फ़ायदे हैं।

रूस लंबे समय से ही अपनी सेना में विदेशियों की भर्ती को लेकर कई स्कीम लागू करता रहा है। रूस में विदेशी नागरिक किसी भी रैंक में जा सकते हैं। रूसी सेना में भर्ती होने वाले विदेशियों को 2000 से 2100 डॉलर तक हर महीने दिए जाते हैं। यानी करीब पौने दो लाख रुपये। लेकिन रूस पहुंचने के बाद तस्वीर कुछ और ही रहती है। पहले शर्त थी कि किसी भी विदेशी नागरिक को 5 साल सेना में रहना होगा। इसके बाद उसे रूस की नागरिकता मिल जाएगी। लेकिन 27 फरवरी, 2023 को इसे घटाकर एक साल कर दिया गया।

4 जनवरी, 2024 को पुतिन ने एक और आदेश पारित किया। इसके मुताबिक अगर कोई भी विदेशी नागरिक 1 साल तक सेना में रहता है, तो उसके पूरे परिवार को नागरिकता दे दी जाएगी। नागरिकता लेने की प्रक्रिया को भी आसान बना दिया गया।

लेकिन ये जितना सुनने में शानदार लग रहा है उतना है नहीं। कई मामलों में, भारतीय नागरिकों को रोजगार या शिक्षा के अवसरों का वादा करके रूस लाया गया, लेकिन वहां पहुंचने पर उनके पासपोर्ट जब्त कर लिए गए और उन्हें सेना में शामिल होने के लिए मजबूर किया गया।

रूस की सेना में सिर्फ भारतीय ही नहीं बल्कि कई देशों के नागरिक शामिल हैं। श्रीलंका, पाकिस्तान, बांग्लादेश, नेपाल समेत कई देशों के नागरिक इस समय रूस की सेना में हैं। एक अनुमान के मुताबिक 2019 तक ही 17 हजार से ज्यादा विदेशी नागरिक रूस की सेना में थे। ऐसा नहीं है कि ये लोग जो रूसी सेना में भर्ती हो रहे हैं, वो यूक्रेन से जंग लड़ना चाहते हैं। दरअसल वो एक ‘फ्रॉड’ में उलझ जा रहे हैं जो कई एजेंट्स द्वारा बुना गया है।

भारत सरकार इस तरह की भर्तियों को रोकने के लिए लगातार सख्त कदम उठाने में लगी हुई है। भारत की ओर से यह साफ किया गया है कि रूसी सेना में भर्ती एजेंट द्वारा धोखेबाजी है, इसमें फंसना नहीं चाहिए। पिछले CBI ने ऐसी 19 एजेंसियों के खिलाफ केस दर्ज किया था, जो रूसी सेना में भारतीयों की भर्ती में भूमिका निभा रही थी। बहुत से लोगों को अरेस्ट भी किया गया।

यह आवश्यक है कि भारतीय नागरिक विदेशों में रोजगार के अवसरों के बारे में सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध प्रस्ताव को स्वीकार करने से पहले उसकी पूरी जांच करें, ताकि भविष्य में भारतीय नागरिकों की जान जोखिम में न पड़े।

You Might Also Like

यदि कविता न होती?

ट्रंप बंद करेंगे Department of Education…इससे क्या बदलाव होंगे?

गेर में जमकर उमड़ा इंदौरियों का उल्लास

वो पुराने दिन : विद्रोह से जलता तिब्बत और भारत-चीन का संघर्ष

International Day of Happiness में जानिये की ख़ुशी जीवन का सार है या मात्र एक छलावा?

TAGGED: indian citizens, indian deaths in war, indian foreign ministry, indian recruitment fraud, russia ukraine war, russian military recruitment, thefourth, thefourthindia
Share This Article
Facebook Twitter Whatsapp Whatsapp LinkedIn
What do you think?
Love0
Sad0
Happy0
Sleepy0
Angry0
Dead0
Wink0

Follow US

Find US on Social Medias

Weekly Newsletter

Subscribe to our newsletter to get our newest articles instantly!

Please enable JavaScript in your browser to complete this form.
Loading

Popular News

1628965 manipur jiribam violence -
India

चुनाव के बाद मणिपुर के जिरिबाम जिले में भड़की हिंसा

1 वर्ष पहले

इनकम टैक्स डिपार्टमेंट “यंग प्रोफेशनल योजना” शुरू की है

धार में 5 साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म

गैंगस्टर लखबीर सिंह लांडा को किया आतंकी घोषित, MHA ने लिया फैसला !

फर्जी कॉल सेंटर पर CBI की छापेमारी, 2 करोड़ रूपये जब्त

You Might Also Like

WhatsApp Image 2025 03 18 at 3.34.50 PM -
Fourth Special

होली के बाद अब रंगपंचमी पर होगी रंगों की बौछार

7 महीना पहले
WhatsApp Image 2025 03 18 at 4.02.02 PM -
India

औरंगज़ेब विवाद ने भड़का दी नागपुर में हिंसा!

7 महीना पहले
rowlatt act cultural india 3 -
Fourth Special

वही दिन, वही दस्तां : आज लगा था बेड़ियों में बांधने वाला Rowlatt Act जिसने भड़काई क्रांति की चिंगारी !

7 महीना पहले
WhatsApp Image 2025 03 18 at 3.06.18 PM -
World

गाज़ा में इज़राइली हवाई हमलों से भारी तबाही, 330 से अधिक मौतें

7 महीना पहले
  • About Us
  • Contact
  • Privacy Policy
  • Careers
  • Entertainment
  • Fashion
  • Health
  • Lifestyle
  • Science
  • Sports

Subscribe to our newsletter

Please enable JavaScript in your browser to complete this form.
Loading
© The Fourth 2024. All Rights Reserved. By PixelDot Studios
  • About Us
  • Contact
  • Privacy Policy
  • Careers
Welcome Back!

Sign in to your account

Register Lost your password?